नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितम्बर 1950 में मध्यम-वर्गीय मोध – घांची – तेली समुदाय परिवार में महेसाना जिले के वडनगर गाँव, गुजरात में हुआ था | उनके पिता का नाम दामोदरदास मूलचन्द मोदी और माता जी का नाम हीराबेन मोदी है | मोदी जी के ४ भाई, सोमा मोदी, अमृत मोदी, प्रहलाद मोदी, पंकज मोदी, और एक बहन वासंती बेन है और उनके बचपन का नाम नरिया था ।

नरेंद्र मोदी की जन्म कुंडली | Narendra Modi Birthday Date | Place

नरेंद्र मोदी जी की शुरूआती शिक्षा वडनगर के स्थानीय स्कूल में पूरी की |वो बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद किया करते थे । आठ साल की उम्र में वे आरएसएस से जुड़ गए , जिसके साथ एक लंबे समय तक रहे| भारत पाकिस्तान के बीच द्वितीय युद्ध के दौरान अपने तरुणकाल में उन्होंने स्वेच्छा से रेलवे स्टेशनों पर सफ़र कर रहे सैनिकों की सेवा भी की।मोदी जी के शिक्षक बताते है कि मोदी जी पढ़ाई में सामान्य थे, परन्तु पुस्तकालय में ज्यादातर समय बिताते थे| उनकी वाद विवाद की कला भी बेहतरीन थी|

इसके बाद 1967 तक अपनी हायर सेकेंडरी की पढ़ाई शुरू की लेकिन उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण उन्होंने अपना घर 17 वर्ष की आयु में ही छोड़ दिया और पूरे भारत में भ्रमण करने निकल पड़े |
इस तरह से मोदी जी ने अपनी स्कूली पढ़ाई करने के बाद कुछ साल तक अपनी आगे की पढ़ाई नहीं की|

मोदी जी के बड़े भाई सोमा मोदी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी थे | इनके दूसरे बड़े भाई अमृत मोदी एक मशीन ऑपरेटर हैं, इसके बाद मोदी जी के 2 छोटे भाई है, प्रहलाद मोदी जो अहमदाबाद में एक शॉप चलाते हैं, एवं दूसरे पंकज मोदी जो गांधीनगर में सूचना विभाग में एक क्लर्क के रूप में कार्यरत हैं| और उनकी एक बहिन है जोकि एक गृहणी है|

घर से निकलने के बाद मोदी जी ने उत्तर भारत में ऋषिकेश एवं हिमालय जैसे स्थानों का दौरा किया| उत्तर पूर्व के हिस्सों में दौरा करने के 2 साल बाद वे 1969 या 1970 वे गुजरात लौटे और अहमदाबाद चले गए।

Narendra Modi Himalaya Story | नरेंद्र मोदी हिमालय

बताया जाता है मोदी जी का विवाह घांची समुदाय की परम्पराओं के अनुसार 18 साल की उम्र में जशोदा बेन चिमनलाल के साथ हुआ| रिपोटर्स के अनुसार, कहा गया है कि मोदी जी का अपनी पत्नी से तलाक़ नहीं हुआ था, लेकिन फिर भी वे दोनों एक दूसरे से अलग हो गए | मोदी जी की पत्नी जशोदा बेन गुजरात के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्य किया करती थी, जोकि अब रिटायर हो चुकी हैं|

1971 में वह आरएसएस के लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए। इन्हें आरएसएस में लेखन का काम सौंपा गया था|

इसके बाद में संघ के एक अधिकारी के आग्रह पर उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से 1978 मे एक्सटर्नल इग्ज़ाम देकर राजनीति शास्त्र में बीए किया और फिर दुबारा आग्रह पर 1983 में गुजरात विश्वविद्यालय से एक्सटर्नल एग्ज़ाम देकर संपूर्ण राजनीति शास्त्र से एमए किया |

मोदी ने प्री-सायेंस एमएन सायेंस कॉलेज विसनगर से पास किया था। हालांकि, कॉलेज के पास इसको लेकर कोई रेकॉर्ड मौजूद नहीं है। प्री-सायेंस 12वीं के समकक्ष होता है जो एक साल का पाठ्यक्रम है। जब मोदी प्री-सायेंस की पढ़ाई कर रहे थे, तो उनकी राजनीतिक सहयोगी और गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल उसी कॉलेज की इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री की MSC की दूसरे साल की स्टूडेंट थीं। दोनों का ही रोल नंबर-71 था।
और उन्हें कुल 62.3 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए थे। उनके पाठ्यक्रम में यूरोपियन पॉलिटिक्स, इंडियन पॉलिटिकल अनैलेसिस और साइकॉलजी ऑफ पॉलिटिक्स विषय शामिल थे।

सन 1975 से 1977 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी द्वारा लगाइ गयी नेशनल इमरजेंसी यानी राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को प्रतिबंधिध कर दिया था| जिसके कारण मोदी जी उस समय अंडरग्राउंड हो गए और गिरफ़्तारी से बचने के लिए भेस बदल कर यात्रा करने लगे उन्होंने एक सिख रूपी व्यक्ति का वेश धारण किया हुआ था |
आपातकाल के विरोध में मोदी जी काफी सक्रीय रहे| उन्होंने उस समय सरकार का विरोध करने के लिए पर्चे के वितरण सहित कई तरह के हथकंडे अपनाये थे| 1985 में वे बीजेपी से जुड़े और 1987 में पूरी तरह से बीजेपी में शामिल हो गए|

पहली बार उन्होंने अहमदाबाद नगरपालिका चुनाव में भाजपा के अभियान को व्यवस्थित करने में मदद की और इसमें भाजपा की जीत भी हुई | इसके बाद इन्होने सन 1990 में एल के आडवानी जी की अयोध्या रथ यात्रा का संचालन किया | जो की उनका पहला राष्ट्रीय स्तर का राजनीतिक कार्य था| वे सोमनाथ यात्रा के गुजरात वाले हिस्से के संगठक थे।
इस संगठन के कारण ही वे पार्टी में महत्वपूर्ण स्थान पाने लगे। और सन 1990 में गुजरात विधानसभा चुनावों के बाद गुजरात में भाजपा की उपस्थिति को मजबूत करने में भी इन्होने एक प्रमुख भूमिका निभाई |

इसके बाद मोदी जी को 1991-92 में मुरली मनोहर जोशी की एकता यात्रा का संयोजक नियुक्त किया गया। दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने कन्याकुमारी से एकता यात्रा शुरु करते हुए 26 जनवरी 1992 को लालचौक पर तिरंगा फहराते हुए संपन्न करने का एलान किया था। आतंकी और अलगाववादियों ने खुलेआम एलान किया था कि तिरंगा नहीं फहराने दिया जाएगा। लेकिन श्रीनगर के लालचौक पर मुरली मनोहर जोशी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहराया था।

मोदी जी ने सन 1995 के चुनावों में पार्टी के साथ 121 सीटें जीतीं, जिससे गुजरात में पहली बार भाजपा की सरकार बनी. पार्टी थोड़ी समय के लिए सत्ता में रही, जो सितंबर 1996 में समाप्त हो गई.
इसी वर्ष मोदी जी को हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में गतिविधियों को संभालने के लिए भाजपा का राष्ट्रीय सचिव चुना गया, और वे नई दिल्ली में स्थानांतरित हो गए|

इसके बाद 1998 में उन्हें पदोन्नत करके राष्ट्रीय महामन्त्री (संगठन) का उत्तरदायित्व दिया गया। इस पद पे वे सन 2001 तक कार्यरत रहे| इस दौरान मोदी जी को विभिन्न राज्यों में पार्टी संगठन को फिर से एकत्र करने की जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभाने का श्रेय भी दिया गया था|

इसके बाद केशुभाई पटेल का स्वास्थ्य ख़राब होने की वजह से और दूसरी तरफ उपचुनाव में विधानसभा की कुछ सीटें हारने के कारन बीजेपी की राष्ट्रीय लीडरशिप केशुभाई पटेल के हाथ से लेकर मोदी जी को थमा दी| इससे पहले उन्हें उप्मुख्यमंत्री का पद दिया जा रहा था लेकिन मोदी जी उप मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव ठुकरा दिया और आडवाणी व अटल बिहारी वाजपेयी से बोले कि यदि गुजरात की जिम्मेदारी देनी है तो पूरी दें अन्यथा न दें। मोदी जी ने पहली बार सन 2001 में विधान सभा चुनाव लड़ा, और राजकोट में 2 में से एक सीट जीती|
जिसके बाद 7 अक्टूबर, 2001 में वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने|

इसके बाद उन्होंने 24 फरवरी 2002 में राजकोट के ‘द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र’ के लिए उपचुनाव जीता| जिसमे उन्होंने कांग्रेस के अश्विन मेहता को 14,728 वोटों से हराया|

Narendra Modi Godhra Kand | नरेंद्र मोदी गोधरा कांड

इसके ठीक 3 दिन बाद यानी 27 फरवरी 2002 को गोधरा रेलवे स्टेशन के पास साबरमती ट्रेन के एस-6 कोच में मुसलमानों की हिंसक भीड़ द्वारा आग लगा कर 59 कारसेवको को जिन्दा जला दिया गया । इनमें वो कारसेवक थे, जो राम मंदिर आंदोलन के तहत अयोध्या में एक कार्यक्रम से लौट रहे थे| इस मामले में 1500 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी यानी एफ ई आर दर्ज की गई थी |

इसके बाद गुजरात के कई इलाको में दंगे होने शुरू हो गए | इन दंगो में 1200 से अधिक लोग मारे गए। उस दौरान मोदी जी राज्य के मुख्यमंत्री थे| जिसके कारण उन पर इस दंगे को फ़ैलाने का आरोप लगा| मोदी जी पर लगाये गये आरोप के चलते उन पर चारों तरफ से दबाव बढ़ गया था, जिसके कारण उन्हें अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा| परिणामस्वरूप पूरे प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।[] राज्य में दोबारा चुनाव हुए जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने मोदी के नेतृत्व में विधान सभा की कुल 182 सीटों में से 127 सीटों पर जीत हासिल की।

इसके बाद 15 जून 2004 को अहमदाबाद के बाहरी इलाके में एक कथित मुठभेड़ में मुंबई की 19 वर्षीय इशरत, जावेद शेख उर्फ प्राणेश पिल्लई, अमजद अली अकबर अली राणा और जीशान जौहर में मारे गए थे। गुजरात पुलिस ने दावा किया था कि इशरत और उसके तीनों साथी तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को निशाना बनाने के लिए अहमदाबाद गए थे।इस मुठभेड़ को गुजरात हाईकोर्ट के आदेश पर बनाई गई एसआईटी ने फर्जी करार दिया। और आगे कई सालो तक इस केस में कई पुलिस वालो को दोषी बनाया गया और 4 जून, 2013 सीबीआई ने एनकाउंटर केस में आईपीएस डीजी वंजारा को गिरफ्तार किया. उनकी अगुवाई में ही एनकाउंटर को अंजाम दिया गया था|

लेकिन अमेरिका के जेल में बंद आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने खुलासा किया कि अहमदाबाद में एनकाउंटर में मारी गई लड़की इशरत जहां लश्कर ए तैयबा की आत्मघाती हमलावार थी। हेडली ने कहा कि उसे इशरत के बारे में मुजम्म‍िल भट्ट ने बताया था। ‘भट्ट ने उसे बताया की जकीउर रहमान लखवी ने मुझे बताया था कि उनकी एक महिला लड़ाका भारत में एनकाउंटर में मारी गई है।’

मोदी जी ने गुजरात के विकास के लिए कई ऐसे हिन्दू मन्दिरों को भी ध्वस्त करवाने में कभी कोई कोताही नहीं बरती जो सरकारी कानून कायदों के मुताबिक नहीं बने थे। हालाँकि इसके लिये उन्हें विश्व हिन्दू परिषद जैसे संगठनों का विरोध भी झेलना पड़ा, परन्तु उन्होंने इसकी रत्ती भर भी परवाह नहीं की और जो उन्हें उचित लगा करते रहे।

इससे राज्य में काफी परिवर्तन भी आये. उन्होंने गुजरात राज्य में टेक्नोलॉजी और वित्तीय पार्क्स का निर्माण किया. सन 2007 में मोदी जी ने वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में गुजरात में 6,600 अरब रूपये के रियल स्टेट निवेश सौदा हुआ . इसके बाद इस साल जुलाई में नरेंद्र मोदी जी ने मुख्यमंत्री के रूप में लगातार 2,063 दिन पूरे किये , जिसके चलते वे सबसे अधिक दिनों तक गुजरात के मुख्यमंत्री पद को संभालने वाले नेता बने |

सन 2009 में एफडी मैगज़ीन में उन्हें एफडीआई पर्सनालिटी ऑफ़ द ईयर पुरस्कार के एशियाई विजेता के रूप में सम्मानित किया गया|

इसके बाद 2009 में supereme कोर्ट ने गुजरात दंगो के लिए एसआईटी का गठन किया| SIT ने पूरी तरह से जाँच करने के बाद सन 2010 में सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट पेश की, जिसमें मोदी जी को गुजरात दंगो के सभी आरोपों से बरी कर दिया

इसके बाद गोआ में भाजपा कार्यसमिति द्वारा नरेन्द्र मोदी को 2014 के लोक सभा चुनाव अभियान की कमान सौंपी गयी थी।[71] १३ सितम्बर २०१३ को हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में आगामी लोकसभा चुनावों के लिये मोदी जी को प्रधानमन्त्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया।

सन 2014 में मोदी जी का नाम फोर्ब्स मैगज़ीन में दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची में 15 वें स्थान पर रहा|

उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और पूरे देश में लगभग 437 चुनावी रैलियां, ३-डी सभाएँ व चाय पर चर्चा आदि को मिलाकर कुल मिलकर 5827, कार्यक्रम किये| सांसद के रूप में उन्होंने उत्तर प्रदेश के वाराणसी एवं अपने गृहराज्य गुजरात के वडोदरा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से जीत दर्ज़ की। 2014 के चुनावो में मोदी जी के नेतर्त्व में अकेले बीजेपी ने 543 सितो में से 282 सीटें और कुल मिलकर NDA ने 336 सीते जीतकर अभूतपूर्व जीत प्राप्त की। और 26 मई 2014 को मोदी जी ने शाम 6 बजे प्रधान मंत्री की सपथ ली |

सन 2015 में ब्लूमबर्ग मार्केट मैगज़ीन में मोदी जी का नाम दुनिया के 13 वें सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में था|और साथ ही इन्हें इसी साल टाइम मैगज़ीन द्वारा जारी इन्टरनेट सूची में ट्विटर और फेसबुक पर 30 सबसे प्रभावशाली लोगों में दूसरे सबसे अधिक फॉलो किये जाने वाले राजनेता के रूप में इन्हें नामित किया गया था|

इसके साथ ही मोदी जी को उनकी योजनायो और कामो के 2014 से 2019 तक कई अवार्ड्स पुरूस्कार मिले है

सन 2014 एवं 2016 में मोदी जी का नाम टाइम मैगज़ीन के पाठक सर्वे के विजेता के रूप में घोषित किया गया था|
साल 2016 में ही अप्रैल माह की 3 तारीख को मोदी जी को सऊदी अरबिया का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार अब्दुलाज़िज़ – अल – सऊद के आदेश पर दिया गया था. एवं 4 जून को अफ़ग़ानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार घाज़ी आमिर अमानुल्लाह खान के राज्य आदेश पर दिया गया था|

साल 2014, 2015 एवं 2017 में भी मोदी जी का नाम टाइम मैगज़ीन में दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल था एवं सन 2015, 2016 एवं 2018 को फोर्ब्स मैगज़ीन में दुनिया के 9 सबसे शक्तिशाली लोगों में शामिल था|

10 फरवरी, सन 2018 में इन्हें विदेशी डिग्निटरीस के लिए पलेस्टाइन का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘पलेस्टाइन राज्य के ग्रैंड कोलार’ के साथ सम्मानित किया गया था|
27 सितंबर, 2018 को नरेंद्र मोदी जी को चैंपियंस ऑफ़ अर्थ अवार्ड प्रदान किया गया था, जोकि यूनाइटेड नेशन का सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान है, और यह अवार्ड 5 अन्य व्यक्तियों और संगठनों को भी प्रदान किया गया था, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय सोलर अलायंस की लीडरशिप के लिए और सन 2022 तक प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करने के लिए संकल्प लिया था|

साल 2018 में ही 24 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय सहयोग और ग्लोबल आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए मोदी जी के योगदान के लिए उन्हें 22 फरवरी, सन 2019 को सीओल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है|

और साथ ही मोदी जी का नाम दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना शुरू करने के लिए इस साल के ‘नॉबेल शांति पुरस्कार’ के लिए भी नामांकित किया गया है|

सन 2014 से लेकर 2019 के कार्यकाल में मोदी जी ने कई महत्वपूर्ण योजनायें एवं पहलों की शुरुआत की| जिससे भारत के विकास में अकल्पनिये तेजी आई है | जिनमें से कुछ के बारे में जानकारी इस प्रकार है –

स्वच्छ भारत अभियान :- यह अभियान भारत का बड़े स्तर पर शुरू किया गया अभियान है, जिसके अंतर्गत देश में स्वच्छता और ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों शौचालय का निर्माण किया गया|
प्रधानमंत्री जन धन योजना :- यह योजना देश के किसानों के बैंकों में खाते खुलवाने के लिए शुरू की गई थी. जिसके तहत किसानों के मुफ्त में खाते खोले गए एवं किसानों को दी जाने वाली सहायता उनके बैंक खाते में जमा की गई.
प्रधानमंत्री उज्जवाला योजना :- इस योजना के तहत गरीब परिवार की महिलाओं को सम्मान देते हुए उन्हें एलपीजी गैस सिलिंडर प्रदान किये गये|
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना :- इस योजना के तहत फसलों की अच्छी तरह से सिंचाई हो सकें एवं कृषि कार्य को बेहतर दिशा मिल सके. इसलिए इस योजना की शुरुआत की गई|
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना :- इस योजना में फसल के लिए किसानों को बीमा प्रदान किया गया| ताकि यदि उनकी फसलें प्राकृतिक आपदाओं के कारण ख़राब हो जाती है तो उन्हें बीमा का पैसा मिल सके|
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना :- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत युवाओं के कौशल के विकास के लिए उन्हें प्रशिक्षण देने की सुविधा दी गई|
मेक इन इंडिया :- प्रधानमंत्री मोदी जी ने सत्ता में आने के बाद कुछ बहुत ही अहम अभियान चलाये, उन्हीं में से एक ‘मेक इन इंडिया’ अभियान था. जिसके तहत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को प्रोत्साहित कर उनके विकास के लिए कार्य किये गये|
गरीब कल्याण योजना :- इस योजना के तहत गरीबों के कल्याण एवं उन्हें बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए कार्य किया गया|
सुकन्या समृद्धि योजना :- इस योजना को शुरू करने का प्रधानमंत्री जी का उद्देश्य छोटी बच्चियों के सशक्तिकरण के लिए उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना था|
प्रधानमंत्री आवास योजना :- इस योजना के अंतर्गत गरीबों को किस्तों के आधार पर खुद का घर बनने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई|
डिजिटल इंडिया प्रोग्राम :- प्रधानमंत्री जी ने इस प्रोग्राम को शुरू कर देश में अर्थव्यवस्था को डिजिटल करने के लिए प्रेरित किया. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से भी डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के लिए अपील की|
इस तरह से नरेंद्र मोदी जी ने अपने अब के कार्यकाल में और भी कई अन्य महत्वपूर्ण योजनायें एवं अभियान जैसे नमामि गंगे, बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना, सर्व शिक्षा अभियान, स्टैंड अप इंडिया आदि चलायें, जोकि पूरी तरह से देश के विकास के लिए थे|

भूमिजल संरक्षण प्रोजेक्ट :- गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके शासन के दौरान सरकार ने भूमिजल संरक्षण प्रोजेक्ट के निर्माण का समर्थन किया. इससे बीटी कॉटन की खेती में मदद मिली, जिससे नल कूपों से सिंचाई की जा सकती थी. इस तरह से गुजरात बीटी कॉटन का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया|

और साथ साथ मोदी जी ने नोटबंदी जैसा बहुत ही अहम फैसला लिया. जिसके तहत500 एवं 1000 के पुराने नोट बंद कर दिये एवं इसके स्थान पर 2000 एवं 500 के नये नोट जारी किये| इससे भ्रस्ताचारियो पर लगाम लगने की शुरुआत हुई|

जीएसटी :- मोदी जी ने नोटबंदी करने के बाद देश में जितने भी टैक्स लगाये जाते थे, उन्हें एक साथ सम्मिलित कर दिया और एक टैक्स जीएसटी यानि गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू किया|

सर्जिकल स्ट्राइक :- 2016 में उरी हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना के साथ मिलकर सर्जिकल स्ट्राइक करने के फैसला लिया|

एयर स्ट्राइक – इसके बाद उन्होंने साल 2019 में फरवरी में हुए पुलवामा हमले के बाद देश के सभी सुरक्षा बलों को पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी प्रकार का एक्शन लेने के लिए खुली छूट दे दी, जोकि बहुत ही बड़ा ऐलान था. इसके बाद फरवरी में ही वायुसेना द्वारा एयर स्ट्राइक की गई थी और भारतीय सेना के एक पायलट अभिनन्दन को पाकिस्तान के चंगुल से भी छुड़ाया|

in सभी चीजों के आलावा प्रधानमंत्री जी खाते में आने वाले कुछ अन्य कार्य जैसे ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ की शुरुआत, गुजरात में ‘स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी’ का निर्माण, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का निर्माण आदि भी है. इसके अलावा विदेशी निवेशों के साथ मिलकर भारत में बुलेट ट्रेन लाने जैसे कार्यों में भी मोदी जी ने अपनी अहम भूमिका निभाई है. इन सभी के साथ ही मोदी जी ने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और दुनिया के अन्य देशों के साथ संबंधों को सुधारा और भारत को एक शक्तिशाली देश के रूप में दुनिया में पहचान कराइ|

दो दोस्तों मुझे नहीं लगता मुझे ये सवाल पूछना भी चाहिए| क्या आप मोदी जी को एक बार फिर प्रधान मंत्री के रूप में देखना चाहेंगे , हमे अपनी राय जरुर बताये और हमारे youtube चैनल को subscribe करना न भूले | और हम आपके लिए ऐसी ही विडियो आपके पास लेकर आते रहे इसके लिए हमे अपनी सहह्यता राशि kaamkibaat@UPI पर भेज सकते है | तब तक के लिए नमस्कार |

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